वर्क फ्रॉम होम से IT सर्विसेज को तगड़ा बूस्ट; कंपनियों को इस साल होगी बंपर कमाई, बंटेगा शानदार डिविडेंड: ICRA
इकरा के मुताबिक, वर्क फ्रॉम होम बढ़ने से आईटी सर्विसेज कंपनियों की डिमांड तेजी से बढ़ी है. कंपनिया डिमांड पूरी करने में जुटी हुई हैं.
(Representational Image)
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देश में कोरोना महामारी (COVID19 Pandemic) के बाद शुरू हुआ वर्क फ्रॉम होम (Work From Home) के कल्चर ने आईटी सर्विसेज कंपनियों के लिए जबदस्त मौके बना दिए हैं. डिजिटल टेक्नोलॉजी की डिमांड बढ़ने से इन कंपनियों को ज्यादा से ज्यादा कॉन्ट्रैक्ट मिल रहे हैं, जिससे चलते कंपनियों की कमाई में भी जोरदार उछाल आने की उम्मीद है. रेटिंग एजेंसी इकरा (ICRA) ने एक रिपोर्ट में आईटी सर्विसेज कंपनियों के लिए यह आउटलुक जारी किया है. इकरा का कहना है कि फाइनेंशियल ईयर 2021-22 में डिमांड के बल पर कंपनियों की ग्रोथ बेहतर रहेगी. इसमें 2020-21 की उन डिमांड का भी फायदा मिलेगा, जो इसमें कोविड19 महामारी की शुरुआती लहर के चलते नहीं मिल पाई थी.
बंपर डिविडेंड देंगी कंपनियां!
ICRA ने आईटी सर्विसेज इंडस्ट्री के लिए स्टेबल आउटलुक रखा है. रेटिंग एजेंसी का कहना है कि कंपनियों को पर्याप्त फ्री कैश फ्लो जेनरेट करने की क्षमता से सपोर्ट मिलेगा. कंपनियां अपने प्रॉफिट का 75-85 फीसदी डिविडेंड और शेयर बायबैक के रूप में डिस्ट्रिब्यूट कर सकती है. पिछले कुछ साल के दौरान यह ट्रेंड देखने में आया है. इकरा का अनुामन है कि वित्त वर्ष 2022 में कंपनियों की रेवेन्यू ग्रोथ करीब 9-12 फीसदी और वित्त वर्ष 2023 में 6-9 फीसदी रह सकती है.
वर्क फ्रॉम होम से डिमांड में बूस्ट
ICRA के वाइस प्रेसिडेंट एंड सेक्टर हेड गौरव जैन के मुताबिक, महामारी के चलते वर्क फ्रॉम होम बढ़ने की वजह से आईटी सर्विसेज कंपनियों की डिमांड में काफी तेजी आई है. वे इसकी लगातार डिलिवरी करने में जुटी हुई हैं. इसमें एक बड़ी बात यह है कि महामारी के चलते कोर मॉर्डनाइजेशन, क्लाउड माइग्रेशन और एक साथ कई टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल का ट्रेंड बढ़ रहा है. जिसके चलते कंपनियां बड़े पैमाने पर डिजिटल बिजनेस मॉडल की ओर शिफ्ट हो रही हैं. वर्क फ्रॉम होम को बढ़ावा देने के लिए कंपनियों को ऐसा करना होगा. इससे कंपनियों को फायदा होगा.
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US से बढ़ेंगे कॉन्ट्रैक्ट
इकरा की रिपोर्ट के मुताबिक, इंटरप्राइजेज अब वर्चुअल मॉडल में शिफ्ट हो रहे हैं . इससे डिजिटल आउटसोर्सिंग डील बढ़ी है. इसके अलावा, फरवरी 2021 में अमेरिका में नई सरकार आने के बाद से H-1B से जुड़े जोखिम भी कम हुए हैं. अमेरिका में वीजा नियमों, वेज लेवल और सलेक्शन प्रक्रिया को लेकर कई तरह के बदलाव प्रस्तावित हैं.
12:05 PM IST